हाल ही में छत्तीसगढ़ के आदिवासी युवाओं के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आई है। राज्य सरकार और NMDC (National Mineral Development Corporation) ने ऐसे दो खास प्रोग्राम शुरू किए हैं, जो आदिवासी लड़कों और लड़कियों को मुफ्त में प्रोफेशनल डिग्री हासिल करने का मौका देंगे। यह कदम उन युवाओं के लिए बहुत अहम है, जो शिक्षा के अभाव में अपने सपनों को पूरा नहीं कर पा रहे थे।
ये योजनाएं खासतौर पर छत्तीसगढ़ के दूर-दराज के आदिवासी इलाकों के लिए बनाई गई हैं। यहां रहने वाले छात्र-छात्राओं को अब कोई आर्थिक तंगी नहीं झेलनी पड़ेगी, क्योंकि इन योजनाओं के जरिए पूरी फीस, हॉस्टल, किताबें और अन्य जरूरी खर्च सरकार उठाएगी।
पहली योजना जिसका नाम है बालिका शिक्षा योजना, खासतौर पर आदिवासी लड़कियों के लिए बनाई गई है। इस योजना के तहत लड़कियों को नर्सिंग के कोर्स जैसे बीएससी नर्सिंग (4 साल) और जीएनएम (3 साल) पूरी तरह मुफ्त पढ़ाए जाएंगे। इस योजना में बस्तर, दंतेवाड़ा, सुकमा, कोंडागांव, बीजापुर और नारायणपुर जिलों की लड़कियों को यह मौका मिलेगा।
इस योजना में कुल 200 सीटें उपलब्ध हैं। इनमें से 110 सीटें बीएससी नर्सिंग के लिए और 90 सीटें जीएनएम के लिए रिजर्व हैं। इस योजना का लाभ उन छात्राओं को मिलेगा जिनके परिवार की वार्षिक आय ₹72,000 से कम है। इस योजना के तहत छात्रों को ट्यूशन फीस, हॉस्टल फीस, किताबें, और अन्य शैक्षणिक खर्च पूरी तरह से फ्री मिलेंगे।
दूसरी योजना है मेडिकल टेक्नोलॉजी कोर्स। यह योजना आदिवासी लड़कों और लड़कियों दोनों के लिए है। इस योजना के जरिए स्वास्थ्य सेवा से जुड़े कई खास कोर्स कराए जाएंगे। यह योजना मुख्य रूप से दंतेवाड़ा और बस्तर जिले के छात्रों के लिए है।
इस योजना में 90 सीटें उपलब्ध हैं, जिनमें से 60% सीटें लड़कियों के लिए और 40% सीटें लड़कों के लिए आरक्षित हैं। इस योजना के तहत अपोलो यूनिवर्सिटी, चित्तूर के साथ मिलकर बीएससी स्तर के स्पेशलाइज्ड कोर्स करवाए जाएंगे।
इस योजना के कोर्स में शामिल हैं –
इमरजेंसी मेडिकल टेक्नोलॉजी, मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी, एनेस्थीसिया और ऑपरेशन थिएटर टेक्नीशियन, इमेजिंग टेक्नोलॉजी, फिजिशियन असिस्टेंट, रीनल डायलिसिस टेक्नोलॉजी।
दोनों योजनाओं के लिए आवेदन करने की अंतिम तारीख अलग-अलग है। बालिका शिक्षा योजना के लिए आवेदन 28 जून 2025 तक किया जा सकता है। वहीं मेडिकल टेक्नोलॉजी कोर्स के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 30 जून 2025 है।
इन योजनाओं का उद्देश्य आदिवासी युवाओं को शिक्षा के क्षेत्र में अवसर देना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। यह कदम छत्तीसगढ़ में शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा बदलाव साबित होगा। अब आदिवासी युवा बिना किसी आर्थिक बोझ के अपनी पसंद की पढ़ाई कर पाएंगे।
आदिवासी इलाकों में अब तक संसाधनों की कमी के कारण प्रोफेशनल डिग्री हासिल करना बहुत मुश्किल था। लेकिन ये योजनाएं इस दूरी को खत्म करेंगी। छात्रों को बेहतर शिक्षा, बेहतर अवसर और बेहतर भविष्य मिलेगा।
यह भी बताया गया है कि इन योजनाओं के तहत छात्रों को ट्यूशन फीस, हॉस्टल, किताबें, और दूसरे जरूरी खर्चों की पूरी व्यवस्था मुफ्त दी जाएगी। इसका मतलब यह है कि जो छात्र आर्थिक रूप से कमजोर हैं, उन्हें अब पढ़ाई छोड़ने की चिंता नहीं करनी पड़ेगी।
आवेदन प्रक्रिया बहुत सरल है। इच्छुक छात्र NMDC की आधिकारिक वेबसाइट www.nmdc.co.in/career पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा, छात्र हेल्पलाइन नंबर 7044599061 और ईमेल nmdcnisp18@gmail.com पर भी जानकारी ले सकते हैं।
यह योजना न केवल छात्रों को शिक्षा का मौका देगी, बल्कि उन्हें रोजगार के लिए भी तैयार करेगी। हेल्थकेयर सेक्टर में करियर बनाने वाले युवाओं के लिए यह एक बड़ा अवसर है।
छत्तीसगढ़ सरकार और NMDC का यह प्रयास आदिवासी युवाओं के सपनों को सच करने में मदद करेगा। इसलिए सभी इच्छुक छात्र-छात्राओं से अनुरोध है कि वे जल्द से जल्द आवेदन करें और इस सुनहरे अवसर का लाभ उठाएं।
निष्कर्ष: छत्तीसगढ़ सरकार और NMDC ने आदिवासी युवाओं के लिए दो नई योजनाएं शुरू की हैं। पहली योजना आदिवासी लड़कियों के लिए नर्सिंग कोर्स मुफ्त करवाएगी। दूसरी योजना आदिवासी लड़कों-लड़कियों के लिए मेडिकल टेक्नोलॉजी कोर्स मुफ्त में उपलब्ध कराएगी। आवेदन की अंतिम तिथि जून 2025 है। यह योजना आदिवासी युवाओं को शिक्षा और रोजगार के अवसर देगी।